भदोही के विपुल सिंह ने जिलाधिकारी से जरूरत पडने पर अपने देह को क्लीनिकल ट्रायल हेतु देने के अनुमति मांगी।
सन्तोष तिवारी की रिपोर्ट :- भदोही। देश में फैले कोरोना वायरस की लडाई में शासन प्रशासन के लोग दिन रात लगे है। और पुरे विश्व के वैज्ञानिक भी इस महामारी के दवा या वैक्सीन की खोज में लगे हुए है। देश के स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सक और नर्स अपनी जान की परवाह किये बिना कोरोना के रोगियों की सेवा में तत्पर है। और जो नये मामले आ रहे है उनकी भी देखभाल कर रहे है। देश में कई समाजसेवी भी यथासंभव लोगों की मदद में आगे आ रहे है। पुरे देश की जनता कोरोना के विरूद्ध युद्ध में सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही है। इसी बीच भदोही जिले में सरपतहां निवासी एक युवा काफी चर्चा में आया जो देश को कोरोना से बचाने के लिए जरूरत पडने पर अपने देह का दान करने की अनुमति लेने के लिए जिलाधिकारी को पत्रक सौपा। जिला मुख्यालय सरपतहां स्थित भदोही जनपद के जिलाधिकारी राजेंद्र प्रसाद को अपना शरीर को जरूरत पडने पर दान करने के संदर्भ में अनुमति के लिए लिखित ज्ञापन दिया। यह साहसी युवा विपुल सिंह निशांत भारतीय जनता युवा मोर्चा के भदोही ईकाई का पदाधिकारी है। जिसने वायरस से निजात पाने के लिए बनाए जाने वाले वैक्सीन के प्रयोग में अपने शरीर को दान करने का फैसला लिया है। जिला अधिकारी को संदर्भित मांग पत्र सौंपते हुए निशांत ठाकुर ने कहा कि वर्तमान में फैली कोरोना जैसी घातक, जानलेवा बीमारी तथा महामारी के विरुद्ध लड़ रहे कोरोना योद्धाओं तथा डॉक्टर, पुलिस एवं नर्सेज स्टाफ द्वारा किए जा रहे देश के प्रति समर्पण एवं योगदान से प्रभावित होकर उन्होंने अपनी स्वयं की जिम्मेदारी लेते हुए वैज्ञानिकों को क्लीनिकल ट्रायल हेतु अपने शरीर की आवश्यकता पड़ेगी तो मानव शरीर की पूर्ति हेतु स्वयं को निसंकोच प्रस्तुत कर रहा हूं। शपथ पत्र देकर जिलाधिकारी से उक्त मामले में फौरन केंद्र एवं प्रदेश सरकार तथा संबंधित डॉक्टरों के कुशल टीम एवं समूह को अपने आप को समर्पित करने का फैसला लिया है। जिलाधिकारी को दिए अपने मांग पत्र में विपुल सिंह निशांत ने कहा कि देश की सेवा के लिए क्लीनिकल ट्रायल प्रैक्टिकल किसी भी प्रकार का वैक्सीन एवं दवा के दौरान होने वाली किसी भी प्रकार शारीरिक हानि अथवा एडवर्स इफेक्ट से मैं भली भांति परिचित हूं और मैं इससे पीछे नहीं हटूंगा। और स्वयं किसी भी प्रकार का हानि होने पर मैं स्वयं इसका जिम्मेदार रहूंगा। शपथ पत्र देते हुए कहा कि देश के प्रधानमंत्री एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री जी को बाय पोस्ट करने के पश्चात देश में हो रही कोरोना वायरस से अकाल मौतों के मद्देनजर वैक्सीन बनाने के मामले में तत्काल प्रभाव से अपने शरीर को दान करने का फैसला लिया है। निशांत ठाकुर के इस फैसले से लोग काफी चर्चा कर रहे है। और उसकी देशभक्ति के जज्बे को सलाम कर रहे है।