गोशाला की व्यवस्था देख भड़के बजरंगी
क्रशर गायों की मौत की सूचना पर पहुंचे कार्यकर्ता अधिकारियों को दी जानकारी
सूचना पर वीडियो प्रधान पहुँचे पशु चिकित्सा बुला बीमार गायों का कराया इलाज
बिंदकी। गौशाला में व्याप्त अव्यवस्था व गायों के मरने की जानकारी पर खजुहा ब्लाक के चखता गांव में चल रही जय भोले गौशाला की व्यवस्था देखने बजरंग दल कार्यकर्ता पहुँचे। गौशाला बीमारी से तड़प रही गायों को देख कार्यकर्ता भड़क गए। कार्यकर्ताओं ने उपजिलाधिकारी बिंदकी खंड विकास अधिकारी खजुहा को फोन कर गौशाला की अव्यवस्थाओ की जानकारी दी। सूचना पर ग्राम पंचायत अधिकारी ग्राम प्रधान मौके पर पहुँचे। जिन्हें बजरंगियों के आक्रोश का सामना करता पड़ा
बजरंग दल जिला संयोजक शैलेष सिंह ने गायों की मौत का जिम्मेदार ग्राम प्रधान व सचिव को माना। उन्होंने कहा कि प्रधान व सचिव की लापरवाही से गौशाला पर आए दिन इलाज के अभाव में गौ वंश की मौत हो रही है। गायों को पर्याप्त भोजन नही दिया जाता है। पानी की भी व्यवस्था समुचित नहीँ है।
शैलेष सिंह ने बताया कि जब स्थानीय लोगो से जानकारी ली गयी तो पता चला कि केवल सुबह ही गायों को चारा दिया जाता है। वह भी पर्याप्त मात्रा में नहीँ मिलता। उन्होंने बताया कि गायों की देखरेख के लिए पांच कर्मचारी लगे है लेकिन मौके पर कोई नहीँ मिले। जब उपजिलाधिकारी व खंड विकास अधिकारी को सूचना दी गयी तब वहां पर कर्मचारी पहुँचे। रात 9 बजे तक कार्यकर्ता गोशाला में मौजूद रहकर वहाँ के हालातों का जायजा लेते रहे। इस मौके पर गौ रक्षा प्रमुख अमित सिंह खजुहा प्रखंड संयोजक सुधीर सिंग सहित अन्य लोग मौजूद रहे।



पशुक्रूरता पर मुकदमा दर्ज कराने की दी चेतावनी
बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि गायों को पर्याप्त भोजन नहीं दिया जाता है। जिससे गाय भूख से बीमार होकर मर रही हैं। बीमार गायों का इलाज भी नहीँ कराया जाता है। जिला संयोजक ने कहा कि अभी तक 15 गायों की मौत हो चुकी है। जो गंभीर बात है। उन्होंने कहा कि जिम्मेदार लोगों के खिलाफ पशुक्रूरता का मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।
मामला विगड़ता देख सचिव ने मंगाया भूसा
बजरंगियों को हंगामा करते देख सचिव ने आनन फानन में कर्मचारियों से भूसा मंगाया। तत्काल गायों को भूसा मुहैया कराया गया। इसी के साथ रात को ही पशु चिकित्सक को बुला कर गायों का इलाज करवाया।
बीमार गायों ने भी तोड़ा दम
बजरंग दल खजुहा प्रखंड संयोजक सुधीर सिंह भदौरिया को बीमार गायों की देखरेख की जिम्मेदारी दी गयी थी। रात को इलाज के बाद सुबह दोंनो बीमार गायों ने दम तोड़ दिया।
विद्यालय से हटा ली गयी गोशाला
बजरंग दल कार्यकर्ताओ के हंगामे के बाद अस्थायी तौर पर सरकंदी प्राथमिक विद्यालय पर संचालित गोशाला को बुधवार सुबह ही हटा लिया गया। उसे चखाता शिप्ट कर दिया गया।